ओ काशी के भोलेनाथ, मने थारी याद सतावे हैं - भजन लिरिक्स
ओ काशी के भोलेनाथ, मने थारी सतावे हैं
ओ काशी के भोलेनाथ, मने थारी सतावे हैं
हिचक्या ना रुके भोलेनाथ, मने थारी सतावे हैं
ओ काशी के भोलेनाथ, मने थारी सतावे हैं
बाती सी अटक गई, नैनों में अटक गई,
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