गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी के अनुसार पितृ दोष एवं वास्तु दोष के निवारण हेतु एक बहुत आसान एवं सुलभ उपाय बताया गया है.
बेलपत्र का एक फल लेवे उसके अन्दर का गुर्दा निकाल लेवें.
अब आटा सेककर उसमें थोड़ी सी शकर मिलाकर इसे, फल में भर लीजिए.
अमावस्या के दिन सुबह 10 बजे से पहले उस बेलफल (जिसमें आटा सेककर शकर मिलाकर भरा है) को अपने पुरे घर में घुमाएं.
परिवार के सभी सदस्यों के हाथ का स्पर्श कराकर उस बेलफल को किसी पीपल के वृक्ष के निचे छोटा से गड्ढा खोदकर दबा दीजिए.
यह उपाय केवल एक अमावस्या करना है.
यह पितृ दोष, वास्तु दोष को समाप्त करता है.
आपके कार्य होने लगते है.
श्री शिवाय नमस्तुभ्यम 🙏🙏🙏
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